अमेरिका में रहने वाले एक भारतीय इंजीनियर को इस वजह से गंवानी पड़ी अपनी नौकरी, जानें वजह
Indian-American Engineer Loses Job for Speaking in Hindi
वाशिंगटन: अमेरिका में काम करने वाले भारतीय मूल के 78 वर्षीय इंजीनियर अनिल वर्शाणे को एक मरते हुए रिश्तेदार से 'वीडियो' कॉल में हिंदी में बात करने के बाद अपनी नौकरी गंवानी पड़ी है। इसके खिलाफ उन्होंने मुकदमा दायर किया है। अनिल वर्शाने अमेरिका के अलबामा में मिसाइल निर्माण कंपनी पार्सन्स कॉरपोरेशन में वरिष्ठ इंजीनियर के रूप में काम करते थे। 1968 में वे अमेरिका गए और उन्हें अमेरिकी नागरिकता (American Citizenship) मिल गयी। उनकी पत्नी शशि 1989 से नासा में कार्यरत हैं।
रिश्तेदार से हिंदी में बात करने के लिए शिकायत की गई
पिछले साल सितंबर में, एक रिश्तेदार जो भारत के एक अस्पताल में मर रहा था, ने वीडियो कॉल के जरिए वर्शेन को फोन किया। कार्यालय में उनके स्थान पर मौजूद वर्शाने ने उनसे दो मिनट तक बात की। दोनों ने हिंदी में बात की। इस बिच में एक सहकर्मी ने इसकी शिकायत की। इसके अनुसार, अज्ञात भाषा में कंपनी के रहस्यों का खुलासा करने के लिए उन्हें पिछले साल अक्टूबर में नौकरी से निकाल दिया गया था।
कोर्ट ने बिना सुने ही फैसला सुना दिया
वर्शेन ने अलबामा कोर्ट में मुकदमा दायर किया है कि कंपनी ने मनमाना फैसला लेते हुए उनका पक्ष सुने बिना और उनके लंबे समय के उत्कृष्ट और ईमानदार काम पर विचार किए बिना उन्हें नौकरी से निकाल दिया।